कट्टरता तबाही का दूसरा नाम है, बेहद खौफनाक इसका अंजाम है, चाहे जिस भी चीज मे हो कट्टरता, इसका केवल एक ही काम है, सभ्यता,मानवता का करती काम तमाम है, जब ये भडकती लोगों मे , होता प्रलयकारी संग्राम है। कुछ लोग इसका शिकार होकर, जाते शमशान हैं, कुछ जाते कब्रिस्तान हैं। यही इसका परिणाम हैं, कट्टरता तबाही का दूसरा नाम है, बेहद खौफनाक इसका अंजाम है। ...... कविराज कट्टरता तबाही का दूसरा नाम है//कविराज