किताबें सभी को कायरता सिखाती, थोड़ी सी आहट सभी को रुलाती। ऐसा यहां का माहौल होता। अगर डर लेखक होता। बुलंदियों को छूता न इंसान होता। सत्य से अनजान ये इंसान होता। चारों ओर संशय भय व्याप्त होता। अगर डर लेखक होता। भय, शोक में डूबा ये संसार होता, न कोई धरा पर आविष्कार होता। मानव बहुत ही लाचार होता। अगर डर लेखक होता। मगर एक अच्छी बात भी होती। न हैवानी होती न नारी ही रोती। बारूद में बैठा न ये संसार होता। अगर डर लेखक होता। नमस्कार लेखकों। आज के #RzPerWriMo20 का विषय है "अगर डर लेखक होता ..." उम्दा लेखनों को हमारे इंस्टाग्राम पर साँझा किया जायेगा! ❤️ ( Link in bio!) #rzperwrimo #restzone #yqrz #yqrestzone #collabwithrestzone #YourQuoteAndMine