आंखों ही आंखों में प्यार कर बैठे , लब चुप ही रहे और हम इजहार कर बैठे उनकी अदाएं ही इतनी क़ातिल थी हम बरबस ही जां निसार कर बैठे । ...✍️देवकरण #आंखों_ही_आंखों_में