उलझे हुए से ख्वाब मेरे मुझे जगाते हैं कुछ खवाब ऐसे हैं जो मुझे सताते हैं जिन ख़्वाब मे हम खो जाते है फिर उससे बाहर आने का रस्ता भूल जाते हैं| #Uljha #Khvaab #justwriteup