जहाँ होती थी ठहाकों और चुटकुलों की बारिश, वो महफ़िलें नहीं रही अब उजड़ कर हुई लावारिस! वो महफ़िलें नहीं रहीं, वो लोग भी नहीं रहे... #महफ़िलें #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi