सीखो इन किसानो से दिन रात जो मेहनत करते है, दो जून की रोटी को बारिश पर निर्भर रहते है. नहीं हारते संयम अपना बस कर्तव्य निभाते है, हो जाये बरसात अगर तो हर्षोउल्लास मानते है. तप्ति गर्मी में भी वो तो अपना फ़र्ज़ निभाते है, सुख में मुस्कुराते है ओर दुःख में भी मुस्कुराते है. सीखो इन किसानो से दिन रात जो मेहनत करते है, दो जून की रोटी को बारिश पर निर्भर रहते है सुप्रभात। जीवन की विपरीत से विपरीत परिस्थितियों में भी संयम को क़ायम रखने वाले किसानों से हम बहुत कुछ सीख सकते हैं। #मेहनतकश #yqdidi #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi