देश जब आजाद हुआ तब कैसी थी अनुभूतियां आज वैसा ही शमां बन आया मेरे देश मे। उनको साधुवाद जो तज कर सियासी वैमनस्य साथ मे आकर खड़े है आज मेरे देश में। और उनको भी है लानत जब हुआ कश्मीर एक आज अवसर को भुनाने में है, मेरे देश मे। एक आश्वासन अगर कोई मान ले मेरा "नूपुर" कश्मीर गढ़ेगा नये प्रतिमान अब मेरे देश मे। #370