नारी मेरी गौद में दौड़ी चली आती जो छोटी नन्ही बच्ची है वो मुझे अदायें दिखाती पास बुलाती एक खूबसूरत परी है वो मेरा सर अपनी गौद में रख मुझे सुलाती अपने दुलार से मेरी परेशानियों को जो भुलाती एक माँ है वो हाँ ज़िन्दगी की भारी ज़िम्मेदारियों को हल्का करती नारी है वो जो ज़िन्दगी जीने को देती फिर क्यों हम पर भारी है वो? Happy Women's Day नारी #happywomensday #storytellerkumarshantnu #poetry #nojoto