Nojoto: Largest Storytelling Platform

निकल जाते हैं वे जहां झूठे दरबार होते हैं एक लुह

निकल जाते हैं वे जहां झूठे दरबार होते हैं 
एक लुहार की कहते हैं जो ईमानदार होते हैं 
. 
अल्फ़ाज़ तीखे दौड़ाते हैं मीठी सड़क पे   
बेहतरीन होते हैं वो जो फनकार होते हैं
. 
बहस मुसाहिबों में न करते हैं वक़्त जाया
मुस्कुरा के मुद्दे हैं जीते जो शानदार होते हैं  
.
दोस्त बना करते हैं सफ़र वो ज़िंदगी का  
मंज़िल हो जाते हैं जो जां निसार होते हैं 
.
ईमान पहनते ओढ़ते बिछाते है जिगरवाले 
असूल महकते हैं उनके जो खुशबूदार होते हैं 
.  
धीर भी हुआ करता है उनमें से फख्र है 
सहरा में भी ऐसे शख्स गुलज़ार होते हैं 
. 
 ईमानदार
निकल जाते हैं वे जहां झूठे दरबार होते हैं 
एक लुहार की कहते हैं जो ईमानदार होते हैं 
. 
अल्फ़ाज़ तीखे दौड़ाते हैं मीठी सड़क पे   
बेहतरीन होते हैं वो जो फनकार होते हैं
. 
बहस मुसाहिबों में न करते हैं वक़्त जाया
मुस्कुरा के मुद्दे हैं जीते जो शानदार होते हैं  
.
दोस्त बना करते हैं सफ़र वो ज़िंदगी का  
मंज़िल हो जाते हैं जो जां निसार होते हैं 
.
ईमान पहनते ओढ़ते बिछाते है जिगरवाले 
असूल महकते हैं उनके जो खुशबूदार होते हैं 
.  
धीर भी हुआ करता है उनमें से फख्र है 
सहरा में भी ऐसे शख्स गुलज़ार होते हैं 
. 
 ईमानदार