#ऐ ज़िंदगी.... ऐ जि़ंदगी तू साथ चल मेरे अब मिलकर कहानी नई लिखते हैं छोड़ अब किसी के आने की उम्मीद अब तलाश खुद की हु करते हैं काफी वक्त गुजार दीया हमने एक दूसरे के नफ़रत में आ अब शुरुआत नई करते हैं और बचे कुछ पल गुजारे जाएं एक-दुसरे के प्यार में ज्यों हैं तेरे मेरे साथ के हाँ मालुम हैं मुझे के कुछ शिकायतें थी तुझे मेरे रवैए से पर निराश तो तुमने भी कई बार मुझे किया ही था आ चल ख़त्म करें अब अपनी नोक-झोंक, एक दूसरे को अपना लें अब बची जो थोड़ी स्याही है हमारे कलम में आ साथ मेरे अब कहानी नई लिखते हैं थोड़ी सी समझदारी और थोड़ा समझौता आ अब पुरानी कलम से जज्बात हम नई लिखते हैं ऐ ज़िन्दगी तू साथ चल मेरे अब मिलकर कहानी नई लिखते हैं.... @शब्दभेदी किशोर ©शब्दवेडा किशोर #ऐ_ज़िन्दगी