मेरा ख़याल ज़ेहन से मिटा भी न सकोगे एक बार जो तुम मेरे गम से मिलोगे तो सारी उम्र मुस्करा न सकोगे अकरम बलरामपुरी ©Akram balrampuri अकरम बलरामपुरी #lonely