ये रातें अब यु इतराने लगी ये निंदियाँ अब यु सताने लगी ये चिढ़ा-चिढा़ कर यु दिखाने लगी क्यों आज कल हमको छोड़ कर, किसी और गली में भी जाने लगी #night #goto