मांझी तेरी कश्ती के तलबगार नहीं है। सब है तमाशबीन मददगार नहीं है।। दिल बेंचने आए हैं हम दिल के बाजार में। इस दिल के कोई आज खरीददार नहीं हैं।। ।।Narendra Kumar।। #awarapan