ये इनायतें गज़ब की, ये बला की मेहरबानी मेरी ख़ैरियत भी पूछी, किसी और की ज़बानी मेरी बेज़ुबाँ आँखों से गिरे हैं चन्द क़तरे वो समझ सके तो आँसू, न समझ सके तो पानी Jagjit singh ghazal #Shayari #Poetry #Quotes #Ghazals #Nazm #NojotoHindi #NojotoShayari