तू स्वयं गंगा धारी ,मैं तुम्हें क्या स्नान कराऊं। तू स्वयंअन्नपुर्णा स्वामी मैं तुम्हें क्या भोग चढ़ाऊं।। तू स्वयं भू से प्रगट, मैं तुम्हें क्या तिथि बताऊं। सारे जहां के मालिक,मैं तुम्हें शीश झुकाऊं।। जय स्वयंभू महादेव सेवली धाम। महादेव के जन्मदिन पर