चोर पुलिस, दलाल पत्रकार मिल के कर रहे भ्रष्टाचार ये कहीं नही, हर नुक्कड चौक चौराहे कर रह हैे अत्याचार खुद ही खुद को आग लगाकर करते रहते प्रचार प्रसार लोकतंत्र की बली चढाकर मचारहे है हा हा कार रात नींद मे गला दबाकर दिन मे करते गहन विचार पत्रकार की पत्रकारिता पर कोई न करता गहन विचार एन्काउंटर होने से पहले खबर उडाते है अखबार 22इंच की छाती लेकर बन जाता अब थानेदार सांस फूल जाती है सुनकर गरजे कोई चोर चुहाड चोर पुलिस, दलाल पत्रकार मिल के कर रहे भ्रष्टाचार #SadharanManushya #चोर #पुलिस #दलाल #पत्रकार #Curruption #Evil चोर पुलिस, दलाल पत्रकार मिल के कर रहे भ्रष्टाचार ये कहीं नही, हर नुक्कड चौक चौराहे कर रह हैे अत्याचार खुद ही खुद को आग लगाकर करते रहते प्रचार प्रसार लोकतंत्र की बली चढाकर मचारहे है हा हा कार