खुश था जब पहला कदम DEI मैं पाया था, मेरे चारो तरफ attendance का खौफ़ ,DHA'S का साया था, शर्मा सर की फिजिक्स ने ,हमारी परेशानी को बड़ाया था, यारो magnetism, magnetize में अंतर हमे देर से समझ आया था, R. R. Sir की English से हमने दिल लगाया था, RDTA और social services ने हमको मेहनत करना सिखाया था, यारों गेहूँ की कटाई से जब जब दिल घबराया था, अरोड़ा सर के काटो -२ ने ,हमारा जोश बडाया था, CDS sir ने हमको ED पडाया था पर RN Gautam सर ने हमको जिंदगी के रहस्यो से मिलवाया था, सच कहूँ यारो NA, BE हमें समझ नही आया था, मिश्रा सर की GME से हमने दिल लगाया था, अंकुर दास सर ने हमको, इलेक्ट्रिकल मशीन पड़ाया था, और इसी क्लास में हमने Co-educatio का आनंद उठाया था, मगर दोस्तो अब ये पल वापस कहाँ आएंगे, कहाँ हम अब Tyagi sir की डांट और GP Hans Sir का प्यार पा पाएंगे, अब कहाँ हमें दास सर पड़ाई छोड़ body building की नसीहत दे पाएंगे, और कहाँ हम विनायक सर और शुभम सर से नम्बर बढवा पाएंगे, PSP और मेहर सर से अब कहाँ हम sheet check करवा पाएंगे, अब कहाँ वापस आयेगी वो होस्टल वाली राते, यारो के साथ लाला भाई की चाय, और ताऊ के ढाबे के पराठे, यारो अब कहाँ हम देख पाएंगे, वो Art faculty का नज़ारा ,फिरते थे जहाँ हम आवारा, वो WPT वाली ,लाखो दिल धड़का दे जिसके होंठो की लाली, दोस्तो अब कहाँ ये समय वापस आएगा, तुमसे बिछड़ने का दर्द इस #जलज को बहुत रुलाएगा, कौन अब मुझे शायर बुलाएगा ,कौन मुझे उस पगली के निक नेम से चिड़ायेगा, यारो हुई खताओ को दिल से भुलाना, मिलो जो बीच राहों पर कभी, तो एक बार दिल से मुस्कराना..... #जलज कुमार राठौर #NojotoQuote खुश था जब पहला कदम DEI मैं पाया था, मेरे चारो तरफ attendance का खौफ़ ,DHA'S का साया था, शर्मा सर की फिजिक्स ने ,हमारी परेशानी को बड़ाया था, यारो magnetism, magnetize में अंतर हमे देर से समझ आया था, R. R. Sir की English से हमने दिल लगाया था, RDTA और social services ने हमको मेहनत करना सिखाया था, यारों गेहूँ की कटाई से जब जब दिल घबराया था, अरोड़ा सर के काटो -२ ने ,हमारा जोश बडाया था,