22 22 22 22 22 22 212 साजन, मेरे दिल का हिस्सा होने का हक़ है तुम्हे। मेरे हर लम्हे का किस्सा होने का हक़ है तुम्हे। पतझड़ के मौसम में इन फूलों का भी दम घुटता है, मेरे बाग़-ए-दिल का हिस्सा होने का हक़ है तुम्हे। ♥️ Challenge-621 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।