#कर्त्तव्य जलजले से वो लड़ने निकल हैं पड़े, दूसरों के लिए मौत से हैं लड़े। अश्क हर आँख से पौंछते जा रहे बनके चट्टान वो बीच में हैं खड़े। दर्द से जब तड़पती हुई माँ को देखा उसकी रक्षा की खातिर वो जिद पे अड़े।