हाँ मुझे याद है वो दिसम्बर भी जब मोमबत्तियाँ साथ में बुझाई थीं हाँ दिसम्बर वो भी याद है जब ठंड में ओढ़ी इश्क़ की रज़ाई थी हाँ मुझे याद है वो दिसम्बर भी जब बांहों में होती देर तक रहने की लड़ाई थी हाँ मुझे याद है वो दिसम्बर भी जब घिरी फ़रेब की बड़ी गहरी खाई थी हाँ याद है वो दिसम्बर भी जब मेरे हिस्से में ही सारी जुदाई थी दिसम्बर पे तुम्हारा भी हक़ है ये भूल नहीं सकती हूँ!!! खुश रहो जहाँ भी रहो....🎂 #yqbaba #yqdidi #lostwishes