सुनो, जब तुम यूँ मेरा हाथ थाम करते हो अपनी हथेली संग मेरी हथेली का आलिंगन और अपनी उंगलियों से भर देते हो मेरे उंगलियों के बीच की रिक्तता; तो ऐसा कर तुम भर रहे होते हो मेरे अंतस की रिक्तता कि जीवन में आद्योपांत तुम ही मेरे ‘पूरक’ रहोगे। अबोध_मन//“फरीदा” ©अवरुद्ध मन #अबोध_मन #गुस्ताख़फरीदा #togetherforever #रहोगे_मेरे_हमेशा_हमेशा #she_fireflies_moon_herlove #मैं_तुमऔरकुछ_रिक्तस्थान