यह जो ऊपर के कुछ लोग बैठे हैं सदियों से लगता है आपको मिट्टी से फलक तक चढ़ने देंगे अमीरों के कर्जे माफ कर वसूले कर हम से बात समझोगे तुम कैसे रहोगे नहीं जो मिल के जमीन कब्जे किए जा रहे हैं हमारे सरहद से दीवार खड़ी हो रही है देश में जाति मजहब के पैसे कम नहीं देश में गरीब मेहनत कर रहा दिल से फायदा नीचे नहीं ऊपर के लोगों को पहुंच रहा है टेक्स्ट तुम पर लगा के रोक रहा है आगे बढ़ने से स्विस बैंकों में जा रहा है धन ही धन भारत के उलझा रहा सबको देश जूझ रहा आर्थिक मंदी से (भूखा के भूख पे लगी GST) ( देश कैसे करेगा बढ़ोतरी। ) ©Farah Naz #aajkehalat #Nojoto