#GuzartiZindagi बतंगड़ ही बनाना है,तो और कलह कर लो,नही तो फिर आपस में ही *सुलह कर लो//१
*समझौता
उधार की जीस्त में अब तक लुत्फ किसको मिला है,के अब हासिले*उरूज़ को ही अंदाजे वजह कर लो//२*ऊंचाई
अगरचे जो मन में सुलगा रखी है चिंगारी*हसद की,गर दिल है*सियाह तो अपनी सफेद हर सुबह कर लो//३
*जलन*काला
अफसोस खुँ के रिश्ते भी हो चुके*तिजारती,इस तरह से नहीं तो उस तरह से कर लो// #Trending#writersofindia#nojotohindi#poetsofindia#Palestine#poetrycorner#shamawritesBebaak