तेरा मेरा रिश्ता है कितना प्यारा, जैसे दिल ने धड़कन को पुकारा। तुझसे ही मेरी सुबह शाम है, तुझ बिन नहीं इस दिल का गुज़ारा। मुझको अपनी जान बना लो, बसा लो तुम अपने सीने में। बनके धड़कन बसूँगा दिल में, और नहीं मेरा कोई सहारा। 🔴 "दोस्तों आप लोग कोल्लब (COLLAB) करने से पहले कैप्शन जरूर पढ़ लें" 🔴 " इस प्रतियोगिता का समय सीमा आज रात्रि 12:00 बजे तक ही मान्य होगा" 🔴 "दोस्तों आप लोग अपनी रचना, 4 या 6 पंक्तियों में ही व्यक्त किजिए, अधिक जानकारी के लिए पिन पोस्ट पढ़ें !