समय लगता है, किसी को आजमाने मे। वफादार कहाँ मिलते हैं, संगदिल ज़माने मै। कदम- कदम पर यहाँ, अदाकार मिलते हैं, उम्र गुज़र जाती है , सच्चा प्यार पाने मे। राहे-उल्फत मे, सब कुछ लुटा के देख लिया, ज़िन्दग़ी गुज़र गई अपनी, रूठने मनाने मे। तूफाने-इश्क़ मे, जो क़श्ती डाल देते हैं, ग़म नहीं करते, साहिल पे डूब जाने मे। "फिराक़", हमने भी, एक दाव खेला था, ज़िन्दगी गुज़ार दी हमने, हारने हराने मे। समय लगता है... #समयलगताहै #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi