अंधेरा जब तक है जब तक दीया ना जले इस रात को अब हम नही सहेंगे दरिया की धार तब तक तेज़ लगे बिन माझी के जब तक कश्ती ना उस पार लगे इस मझदार के भँवर को हम नही सहेंगे फूल दिये उनकी राहों में काँटों की हमने परवाह ना की बगिया के इस कायदे को हम ना सहेंगे ©Vikas sharma #CannotTolerate हम ना सहेंगे