Nojoto: Largest Storytelling Platform

घूंघट में चाँद जी चाहता है कि प्यार की दरिया में ब

घूंघट में चाँद जी चाहता है कि प्यार की दरिया में बह जाऊ
बन कर समंदर प्यार की दरिया को गले लगाऊ
मचल रहा हैं जी, शांत धारा में बहता जाऊ
इस प्यार की आखिरी कहानी को लिखता जाऊ
ऐ समंदर, 
तेरी पनाह मे रहने को जी चाहता है आज कल,
ऐ हमसफ़र
आखिरी गीत अपने इस प्यार को अब गाता चल |
आखिरी गीत अपने इस प्यार को गाता चल
शिवम तिवारी (शिव नंदन) OM BHAKAT "MOHAN,(कलम मेवाड़ की) Navneet Sarada Aashutosh Kumar Rampal Manoj Kumar
घूंघट में चाँद जी चाहता है कि प्यार की दरिया में बह जाऊ
बन कर समंदर प्यार की दरिया को गले लगाऊ
मचल रहा हैं जी, शांत धारा में बहता जाऊ
इस प्यार की आखिरी कहानी को लिखता जाऊ
ऐ समंदर, 
तेरी पनाह मे रहने को जी चाहता है आज कल,
ऐ हमसफ़र
आखिरी गीत अपने इस प्यार को अब गाता चल |
आखिरी गीत अपने इस प्यार को गाता चल
शिवम तिवारी (शिव नंदन) OM BHAKAT "MOHAN,(कलम मेवाड़ की) Navneet Sarada Aashutosh Kumar Rampal Manoj Kumar