काँटो पर भी संभलकर चलना सीखा है मैंने ज़िन्दगी की हर कमी को हमेशा लिखा है मैंने मुश्किल से मिलता है उस कोयले की खान में उसी घिसें हुए हिरे से चमकना सीखा है मैनें #उस #हिरे#से#चमकना#सीखा#है#मैंने#nojoto#hindi