किसी के सपनों का आशियाँ बसा कोई बेघर पैदल गांव चला लुटा हुआ इक सदी से हूँ मेरे सर से सदा छुपकर छांव चला। ✍️सूरज कुमार "प्रौढ़ कलम" #sad #Homeless #alone #poor #Gareebi #praudhkalam #surajkumarpraudhkalam #Dard #Aansoo #dukh