लिखना नहीं आता परन्तु , लिख लेती हूं . छुपाना नहीं आता के राज , इसलिए बीते जिंदगी के पन्ने खोल देती हूं, दूसरो को रुलाना नहीं आता इसलिए , खुद ही रो लेती हूं , किताबे पड़ना नहीं आता , परन्तु चेहरे पड़ लेती हूं , छुपाना नहीं आता इसलिए बया कर देती हूं......................… पन्ने जिन्दगी के ,,,,,#######राज जिन्दगी##############