आज आर होगी या पार होगी,उसे पाने कि चाहत बेहिसाब होगी,तोड़ेंगी सांसे कुछ दम इस तरह की उसकी भी धड़कन ज़ार ज़ार होगी। aar hogi ya paar hogi#######meri कलम se######Tin@