मेरी शान अब तुम्हीं से है, मेरी पहचान तुम्हीं से है, जन्मों के बंधन में तुझ संग बंधी, मेरी जान तुम्हीं से है। ये सात फ़ेरें जो लिए संग तेरे वो मात्र फ़ेरें नहीं, हर इक़ साँस तुम्हीं से है, मेरी आन तुम्हीं से है। तारों सा सिन्दूर मेरी माँग में सजा मुझे आज पूर्ण कर दिया, सर पर ताज़ तुम्हीं से है, मेरा सब मान तुम्हीं से है। था सादा बेरंग ये जीवन, तुमने लाल रंग से इसे रंग दिया, फूले न समाऊं मैं अब, मेरा हर कष्ट अंजान तुम्हीं से है। सिर्फ़ हाथों की मेहंदी में नहीं, दिल में भी नाम छपा है तेरा, हल्दी सा ख़िला तन मेरा, सोलह शृंगार तुम्हीं से है। मेरा वादा है तुमसे तुम्हारा सम्मान सदा मैं बनाए रखूंगी, अब हर धड़कन तुम्हीं से है, जीवन वरदान तुम्हीं से है। ♥️ Challenge-766 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।