गलत मार्ग से लोभ वश धन का अर्जन करके सुखभोग करना पतन का कारण है, इससे सिद्धि प्राप्त नहीं होती; अतः शुद्ध धन का ही अर्जन करना चाहिये। - शाण्डिल्य स्मृति ३/४९/५० भ्रष्टाचार द्वारा धन प्राप्त न करें।