अमावस की अंधेरी रात में उजाला है तू काल की नगरी में मेरा रखवाला है तू। तू न होता तो मैं भवधारा में बह गया होता नाम नय्या का सतगुरु मेरे खेवनहारा है तू। ठुकराया जिन्हें दुनिया ने गरीब जान कर गरीब नवाज दीन-दुखियों का सहारा है तू। बी डी शर्मा चण्डीगढ़ 17.07.2020 गरीब नवाज