फुलो की तरह ओ भी खिला करती थी , रोज बाते किया करती थी , न जाने क्या हुआ ,हमे भी खबर न हुई, उस दिन वो नजर झुकाये चली गई । किया जब हमने कॉल तो वो व्यस्त थी, हमे छोड़के किसी ओर के साथ मुस्कुराके बात कर रही थी। #Pritesh Singh