जब से होश सम्भाला है मंजर-ही-मंजर झेला मैंने! वैसे पहुँच आसमान तक थी मेरी लेकिन पहले जमीं टटोला मैनें!! ©बृजेन्द्र 'बावरा' शेर-वो-शायरी- जब से होश सम्भाला है मंजर-ही-मंजर झेला मैंने! वैसे पहुँच आसमान तक थी मेरी लेकिन पहले जमीन टटोला मैनें!! #bawraspoetry #NojotoHindi #NojotoShairy #Manjar #Aasmaan #Jameen #NojotoUrdu #NojotoLafz