मुद्दतों सोचता रहा आमिर, एक बात को। आखिरी मोड़ पर क्या खोलू उस राज़ को। Inspired from Lines of Late #DrRahatIndori मुझमे कितने राज़ हैं, बतलाऊं क्या बन्द एक #मुद्दत से हूं, खुल जाऊं क्या ? #मुद्दतों (مدتوں) #सोचता #आखिरी #मोड़ #राज़ #आमिर।