खाया लड़की से लात ,फिर भी समझा न बात, देखो लड़की के पीछे वो फिर आ गया। ये है ऐसा लभर , बेहया है मगर, देखो फिर लात खाने यहाँ आ गया...।। अपने घर वालो से भी वो डरता नही, चाहे कुछ भी करो ये सुधरता नही। वो आवारा भले, खून मेरा जले, उसको समझा के सर मेरा चकरा गया, खाया लड़की से लात ,फिर भी समझ न बात, देखो लड़की के पीछे वो फिर आ गया..।। मजनू हमने भी देखे, पर ऐसा नही, जिसका एकतरफा प्यार, है वो पागल वही ना ही ऐसा ये होता जब प्यार साथ होता, बिहारी अभिषेक है पागल जो याद आ गया खाया लड़की से लात फिर भी समझा न बात देखो लड़की के पीछे वो फिर आ गया..।। देखो लड़की पटाने वो फिर आ गया...।। Present..लभर....☺️