कई सपने आँखों में लिए,मैं रहती अपनी दुनिया में माँ बाप की लाड प्यार से ,मैं पलती अपनी दुनिया में..... हर ख़ुशी ले आते है पापा,मम्मी परी सी बेटी बुलाती है गलतियों में पड़ता है डांट,फिर मनाने को मम्मी कलेजे से लगाती है..... कितना अच्छा होता काश,पूरी जिंदगी ऐसी ही होती माँ बाप की परी बनकर रहती,हर ख्वाईश मेरी पूरी होती..... पर वक़्त के साथ लोग कहते है,तुम अब बड़ी होगई बचकानी ये बंद करो अब,शादी की उम्र होगई.... कुछ दिनों से मैं भी देख रही,पापा के माथे पे शिकन उनको ऐसे देख मेरा भी,लगता नहीं किसी काम में मन...... आखिर मुझे मालूम होगया,रिश्ते की मेरी बात चल रही बेटी धन है पराई,सब के मन में यह बात पल रही..... अपनी दुनिया की शायद,मैं अब हूँ कुछ दिन की मेहमान नयी जगह होगा घर मेरा,मिटेगी मेरी पुरानी पहचान..... आँखों में आंसू लिए कई दिनों तक,घरवाले रहेंगे परेशान बोलेंगे पापा माफ़ करदेना गलती,बच्ची है अभी,थोड़ी है नादान... आशाओं के पर(पंख) कटेगा,ना उड़ पाऊँगी मैं अपनी उडान आँखों से सपने बह जाएंगे,रह जाएंगे अधुरे कई अरमान..... #girls#shadi#sapne Dedicated to all girls