मेरा दर्द जुदा है खुद से फिर ये परेशानी क्यु? पराई खुशियो मे दिल मचल जाता है फिर ये परेशानी क्यु? सारी इच्छायें पूरी होते हुए भी मन चंचल है क्यु ? सारी पीड़ा खत्म है फिर ये मन बेचैन क्यु? खुशिया तो मिल गई मुझे जो नसीब मे थी अब ये... किसी और की पीड़ा से परेशान हैं क्यु? ....... Mr. Tarun #Tanaysharma01