आज के दिन को जिसने जी लिया वही भाग्यशाली है जिस मानव ने आज का दिन नहीं जिया वेदर इन है वर्तमान में जीवन अमृत है शेष अमृत है जीवन दिवस को गले लगाइए स्वागत कीजिए आज को संपूर्ण जीने का मनोबल होना ही स्वर प्रथम उपलब्ध है सकारात्मक सोच सार्थक विचार और सद्बुद्धि से वर्तमान में स्थिर होना अलौकिक सुख से अलौकिक आनंद की ओर ले जाता है पल पल जीवन को जीने का उत्साह उमंग एवं उन्माद को जिज्ञासा से जोड़ना चाहिए यह सब लोगों के जीवन का लक्ष्य बन सकता है ©Ek villain #Chaahat आज का दिन नहीं जिया तो क्या जिया