मुझको छोड़ा,दिल को तोड़ा मैं फिर तुमसे यारी कर बैठा खुद से गद्दारी कर बैठा तुमने बोला,मेरे जैसे लाख मिलेंगे और हम कभी,किसी जनम में नहीं मिलेंगे फिर तुमसे मिलकर मैं,कैसी खुद्दारी कर बैठा खुद से गद्दारी कर बैठा तुमसे मिलने,तुम्हे देखने,कभी नहीं तुम तक आता इंसानी भावों को मुझमे,क्यों भेजे मेरे दाता टूटा दिल और हँसी लिए,मैं ये अय्यारी कर बैठा खुद से गद्दारी कर बैठा। #गद्दारी #दर्द