मोहब्बत भी मुकम्मल हो जायेगी दो जिस्म भी एक जां हो जायेगी, अपने प्यार के परवान को थाम के रखो, क्योंकी घर से बाहर निकले तो कोरोना को भी तुमसे मोहब्बत हो जायेगी, और ज़िन्दगी कुछ ही पलो मे मेड इन चाईना हो जायेगी Go Corona Go सुमित कुमार Mohabbat in Corona