लिए प्रेम,स्नेह का फुहार अबकी सावन आया है कजली गीत गाने का ले बहार अबकी सावन आया है कदम्ब के डाल पर डाल झूला हिलोर मारती सखियों सँग चहुदिशी हरियाली का ले खुम्हार सावन अबकी आया है..।। अंजली श्रीवास्तव सावन आया