जानवर जानवर हूं तो क्या हुआ मुझमें भी ईश्वर का अंश है । बोल नहीं सकता जो तुम लोगों ने मेरे साथ किया आज तक जो अब भुगत रहे हो उसी का विध्वंस है। जानवर हूं तो क्या हुआ मुझमें भी ईश्वर का अंश है। तुमने हर दम हर बार जहा में रहता था वहां से मुझे उजड़ा बता तो सही ये इंसान मैने कब तेरा कुछ बिगड़ा। रोया हूं किर्लाया हूं बार बार गया स्ताया हूं अब आयी तेरी बारी है सारी मानव जाती के आगे छाई घनघोर आंध्यारी। है। ....✍️ साधु बाबा जानवर