कभी फुरसत मिली तो कुछ ख़्वाब लिखुँगा मैं ख़ुद के ऊपर एक किताब लिखुँगा दुनियाँ चाहे लाख खामियाँ बताये मुझमें पर मै ख़ुद को अच्छा, ज़माने को ख़राब लिखुँगा. ©YOGESH SHARMA #Shajar बृजेश कुमार बेबाक़ attitude shayari shayari attitude sad shayari attitude shayari