कभी गौर से देखा है उस छोटी सी बच्ची को जो घर - घर खेलती है गुड्डे - गुड़ियों को ही अपना संसार मानती है बड़े जतन से देखभाल करती है जैसे माँ अपने बच्चों की करती है हर स्त्री जन्म से ही माँ होती है ना फिर क्यों संतति को जन्मना ही स्त्री की सम्पूर्णता कही जाती है ...!!!! बंध्यता का कलंक स्त्री के माथे पर ही क्यों ?? 🙏🙏 #स्त्री #yqdidi #yqhindi #yqthoughts