अधूरी कहानी मेरी पुनः शुरू हो गर तुम साथ हो कलम की स्याही मेरी काग़ज के तन पर फिर से लिपटे गर तुम साथ हों नींद में ख्वाबों की बारिश पुनः शुरू हो गर तुम साथ हों दूरियों का कोई निशां ना रहे मिलन की आदत पुनः शुरू हो गर तुम साथ हों जीवन को जीने की चाहत पुनः शुरू हो गर तुम साथ हों ©Ranu Parihar #Love #meetoo #remembering