कहाँ कहाँ से मैं उसके निशान निकालूं अपनी जान निकालूं या मकान निकालूं फ़क़त ज़िक्र उसका ही लबो पर तारी है अपने मुँह से कैसे अपनी जुबान निकालूं दिल जले मकां जले ज़ुल्म बढ़े जब-जब मैं कलमकार अपनी मीज़ान निकालूं । #निशान #मीज़ान #इश्क़ #ज़िन्दगी #yqlove #yqlife #bestyqhindiquotes