"पलकों के पीछे कोई ख्वाब गहरा है," पलकों के पीछे कोई ख्वाब गहरा है, वो सपने हैं, मेरे उड़ान के साथी, जिसका हर पल , अभी अब्र में ठहरा हैं। चुनोतियाँ कई खड़ी हैं, सामने यू ,मेरे। जिनका एक अपना बसेरा हैं। पलकों के पीछे कोई ख्वाब गहरा है ।। सपनो के पीछे कोई ख्वाब गहरा हैं। (रूबी)#...